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Wednesday, December 14, 2016

चाणक्य नीति: सुखमय जीवन व्यतीत करना है तो भूलकर भी न करे इन 5 पर विश्वास

आचार्य चाणक्य ने बहुत सारी नीतियों का उल्लेख किया है। जिन पर अमल करके व्यक्ति खुशहाल जीवन यापन कर सकता है। सामान्यत: व्यक्ति का जीवन विश्वास पर चलता है। व्यक्ति अपने आस-पास रहने वाले लोगों अौर जीवों पर विश्वास रखता है। लेकिन आचार्य चाणक्य ने ऐसे लोगों के बारे में बताया है जिन पर भरोसा करके व्यक्ति का जीवन सुखमय बना रह सकता है।

आचार्य चाणक्य कहते हैं-
नदीनां शस्त्रपाणीनां नखीनां श्रृंगीणां तथा।
विश्वासो नैव कर्तव्य: स्त्रीषु राजकुलेषु च।।

* इस श्लोक में चाणक्य ने बताया है कि व्यक्ति को किन-किन पर भरोसा नहीं करना चाहिए।

* चाणक्य के अनुसार नदियों के पुल पर भरोसा नहीं रखना चाहिए। जिन नदियों के पुल कच्चे होते हैं उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। कोई नहीं जान सकता कि नदी का बहाब कब तेज हो जाए।

* शस्त्रधारियों पर भी विश्वास नहीं किया जा सकता।

* जिन जीवों के नाखुन और सींग नुकीले होते हैं। उन पर विशवास करने वालों को कष्ट का सामना करना पड़ता है। कब उनकी जान जोखिम में पड़ जाए कोई नहीं जान सकता क्योंकि वे कब बिगड़ जाए और नाखुन या सींगों से प्रहार कर दें।

* चंचल स्वभाव की स्त्रियां भी विश्वास योग्य नहीं होती। इसके साथ ही जिन लोगों का संबंध शासन से है उन पर भी भरोसा नहीं करना चाहिए। इन सभी पर भरोसा करना नुक्सानदायक हो सकता है। इस प्रकार के लोग अपने स्वार्थ के लिए किसी को भी धोखा दे सकता है।

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