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Wednesday, December 14, 2016

अपना लकी नंबर जाने और जीवन में लाएं सुख समृद्धि!!!

ज्योतिषि के साथ वास्तु शास्त्र और अंकशास्त्र का अपना महत्व है। वर्तमान में अंकशास्त्र को लोग ज्यादा मानने लगे हैं। शहर के लोग भी अंकशास्त्र को लेकर क्रेजी हैं। चाहे पढ़ाई हो या कोई और काम, नया मोबाइल नंबर लेना हो या व्हिकल यहां तक कि वे किसी भी शुभ कार्य को अपने लकी नंबर वाली डेट और टाइम पर करना चाहते हैं। ये लकी नंबर या तो वे अपने अच्छे अनुभवों के आधार पर मान रहे हैं या फिर पंडित से पूछ रहे हैं। क्या आपको पता है कि आपका लकी नंबर…अगर नहीं तो आइए हम बताते हैं…
पंडित प्रमोद कुमार शर्मा का कहना है कि अंकों का हमारे जीवन में विशेष महत्व होता है। हम किस तारीख को जन्म लेते हैं, यह तारीख ही हमारे व्यक्तित्व को दर्शा देती है। लेकिन यदि आप अपना भाग्य जानने के लिए उत्सुक हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि आपका लकी नंबर यानी भाग्यांक क्या है। शहर के लोग अपने लकी नंबर का उपयोग करके ही आजकल किसी भी कार्य को अंजाम दे रहे हैं। उन्हें घर खरीदना हो, तो वे घर के नंबर और फ्लेट है तो फ्लोर तक की काउंटिंग कर उसी नंबर को चुन रहे हैं जो उनके लिए लकी है। शुभ कार्यों के लिए, गाड़ी या मोबाइल नंबर के लिए भी वे चाहते हैं कि उनका लकी नंबर ही उन्हें मिले। इसके लिए वे पंडितों के पास जाकर अपनी जिज्ञासा शंात कर रहे हैं। ताकि उन्हें उनका लकी नंबर पता चल सके। क्योंकि अंकशास्त्र के मुताबिक लकी नंबर के आधार पर वस्तुओं का चयन करने से वे अधिक फलित सिद्ध होती हैं।

आप खुद करें अपने लकी नंबर की गणना प्रमोद कुमार बताते हैं इसके लिए आपकी डेट ऑफ बर्थ की आवश्यकता है। उदाहरण के लिए हम एक तारीख चुन लेते हैं। अब चंद स्टेप को समझें और खुद निकालें अपना लकी नंबर…

यदि किसी की डेट ऑफ बर्थ 12 नवंबर, 1985 है

1. इसमे सबसे पहले हम लिए हम दिन, महीना और साल तीनों चीज़ों की गणना अलग-अलग से करेंगे।

2. सबसे पहले तारीख, जो कि 12 है, इसे जोड़कर (1+2) 3 बना दें।

3. इसके बाद महीना नवंबर है, जो कि वर्ष का ग्यारहवां महीना है, इसे भी जोड़ दें (1+1) तो यह अंक होगा 2।

4. अंत में वर्ष है 1985, इसे जोडऩे पर (1+9+8+5) 23 बनता है।

5. अब अंत में हमारे पास 3 अलग-अलग अंक आ गए हैं। ये हैं 3,2 और 23।

6. अब इन तीनों का भी जोड़ निकालें तो 28 बनता है।

7. भाग्यांक के लिए हमें अकेला अंक चाहिए, जोड़ वाला नहीं, इसलिए नंबरों को तब तक जोड़ते रहें जब तक एक अकेला अंक नहीं मिल जाता।

8. ऊपर की गई गणना के अनुसार अंत में हमें 28 नंबर प्राप्त हुआ है, यह अंक भी एक जोड़ वाला अंक है, तो इसे भी जोड़ दें (2+8) जिसके बाद हमें 10 अंक मिलता है।

9. अब 10 अंक को जोडऩे से हमें 1 अंक मिलता है, जो कि बताई गई डेट ऑफ बर्थ का भाग्यांक यानी कि लकी नंबर हुआ।

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