नवरात्रि का तिथिवार वर्णन
वासंतिक नवरात्रि आरम्भ, कलश स्थापना
29 मार्च 2017 दिन बुधवार।
द्वितीया -क्षय तिथि।
तृतीया- 30 मार्च 2017 दिन गुरूवार।
चतुर्थी- 31 मार्च 2017 दिन शुक्रवार।
पंचमी- 1 अप्रैल 2017 दिन शनिवार।
षष्ठी- 2 अप्रैल 2017 दिन रविवार।
सप्तमी- 3 अप्रैल 2017 दिन सोमवार।
अष्टमी- 4 अप्रैल 2017 दिन मंगलवार।
श्रीरामनवमी- 5 अप्रैल 2017 दिन बुधवार , नवरात्रि हवन और बलिदान।
दशमी - 6 अप्रैल 2017 दिन गुरुवार नवरात्रि व्रत की पारणा।
शुभ मुहूर्त कलश स्थापना
पंडित
शक्ति मिश्रा ने बतायाकि मंगलवार को कलश स्थापना के लिए अच्छा हैं । शुभ
समय हैं सुबह 11 बजे से लेकर 12 : 32 बजे तक का समय हैं और उसके बाद विजय
मुहूर्त 12 :20 से 12:44 तक फिर उसके बाद अमृत के चौघड़िया में 12 :32 से
लेकर 2 बजे तक हैं । राहुकाल 3 बजे से लेकर 4 :30 बजे तक हैं यह समय शुभ है
लेकिन राहुकाल होने की वजह से इस काल में कलश की स्थापना नहीं की जाती हैं
। उन्होंने कहाकि वैसे बुद्धवार को ही ज्यादातर लोग कलश स्थापना करेंगे ।
Today In Varanasi
पूर्वाह्न और शाम की रिपोर्ट मिला कर आज वाराणसी में मिले 37 नये कोरोना संक्रमित मरीज
इलाज करा रहे 10 कोरोना मरीजो को स्वस्थ घोषित कर घरों के लिये डिस्चार्ज किया गया 14 नए हॉटस्पॉट बने - खोजवा बाजार हनुमान गली छित्तूपुर...
Tuesday, March 28, 2017
GST:तंबाकू उत्पाद, कोक-पेप्सी होंगे महंगे, सोडेक्सो कूपन से खरीददारी पर लगेगा टैक्स
केंद्र सरकार ने जीएसटी से जुड़े चार विधेयकों को संसद में पेश किया है। इन चार विधेयकों के जरिए केंद्र सरकार राज्यों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए कई वस्तुओं पर टैक्स लगाने जा रही है।
जिन वस्तुओं पर टैक्स लगने जा रहा है उनमें तंबाकू उत्पादों से लेकर के कोक-पेप्सी जैसे कोल्ड ड्रिंक शामिल हैं। तंबाकू उत्पादों पर 290 फीसदी, जबकि कोका कोला-पेप्सी जैसे एयरेटेड ड्रिंक पर 15 फीसदी तक का सेस लगाएगी।
ई-कामर्स कंपनियां जीएसटी के दायरे में आएंगी। पान मसाला पर अधिकतम 135 फीसदी और सिगरेट पर 4175 रुपये प्रति एक हजार या 290 रुपये एड वोलेरम सेस लगाया जाएगा। हालांकि एड वोलेरम सेस लगाने पर यह ध्यान रखा जाएगा कि प्रति एक हजार स्टिक पर सेस 4175 रुपये से ज्यादा नहीं बने।
कोयला एवं इसके कुछ अन्य अवयब पर प्रति टन 400 रुपये का सेस लगेगा। एयरेटेड ड्रिंक, स्टेशन वैगन और रेसिंग कार समेत मोटर कार तथा कुछ अन्य उत्पादों पर 15 फीसदी की दर से सेस लगेगा। लेकिन 10 से अधिक सवारी ले जाने वाले वाहनों, बसों, मिनी बसों पर लक्जरी कारों की तरह कोई सेस नहीं लगेगा।
मुआवजा कोष की बची राशि राज्यों में भी बंटेगी
मुआवजा विधेयक के मुताबिक पांच साल की समाप्ति पर मुआवजा कोष की बची राशि केंद्र और राज्यों के बीच बराबर बांटी जाएगी। राज्यों को होने वाले राजस्व नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र से हर दो महीने में मुआवजा मिलता रहेगा।
जीएसटी की दर 5, 12, 18 और 28 फीसदी रखने का सहमति बनी है, लेकिन विधेयक में कहा गया है कि वित्तीय आपात स्थिति में यह अधिकतम 40 फीसदी भी हो सकती है। इसमें सेंट्रल और स्टेट जीएसटी बीस-बीस फीसदी होगा।
शॉपिंग वाउचर को भुनाते समय कर
विधेयक में पहले यह प्रावधान था कि कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को दिए जाने वाले शॉपिंग वाउचर (मील पास) पर इन्हें लेते समय कर लगेगा, लेकिन इसमें बदलाव किया गया है। अब प्रावधान किया गया है कि इन्हें भुनाते समय कर लगेगा। ट्रांजेक्शन छुपाने या कर चोरी करने पर गिरफ्तारी हो सकती है। दोषी व्यक्ति पर जुर्माने और अधिकतम पांच साल के जेल का प्रावधान भी है।
छोटे कारोबारियों को राहत
छोटे कारोबारियों को राहत देने की बात कही गई है। 50 लाख रुपये तक के सालाना कारोबार को कुल कारोबार का महज एक फीसदी ही कर देना होगा। हालांकि आपूर्तिकर्ताओं के लिए यह कर 2.5 फीसदी होगा।
किसी वस्तु पर कम कर लगेगा, तो फायदा ग्राहकों को मिलेगा। यदि कारोबारी यह फायदा ग्राहकों को नहीं देते हैं तो उन पर कार्रवाई होगी। ऐसे कारोबारियों पर नजर रखने के लिए एक प्राधिकरण का गठन किया जाएगा।
जिन वस्तुओं पर टैक्स लगने जा रहा है उनमें तंबाकू उत्पादों से लेकर के कोक-पेप्सी जैसे कोल्ड ड्रिंक शामिल हैं। तंबाकू उत्पादों पर 290 फीसदी, जबकि कोका कोला-पेप्सी जैसे एयरेटेड ड्रिंक पर 15 फीसदी तक का सेस लगाएगी।
ई-कामर्स कंपनियां जीएसटी के दायरे में आएंगी। पान मसाला पर अधिकतम 135 फीसदी और सिगरेट पर 4175 रुपये प्रति एक हजार या 290 रुपये एड वोलेरम सेस लगाया जाएगा। हालांकि एड वोलेरम सेस लगाने पर यह ध्यान रखा जाएगा कि प्रति एक हजार स्टिक पर सेस 4175 रुपये से ज्यादा नहीं बने।
कोयला एवं इसके कुछ अन्य अवयब पर प्रति टन 400 रुपये का सेस लगेगा। एयरेटेड ड्रिंक, स्टेशन वैगन और रेसिंग कार समेत मोटर कार तथा कुछ अन्य उत्पादों पर 15 फीसदी की दर से सेस लगेगा। लेकिन 10 से अधिक सवारी ले जाने वाले वाहनों, बसों, मिनी बसों पर लक्जरी कारों की तरह कोई सेस नहीं लगेगा।
मुआवजा कोष की बची राशि राज्यों में भी बंटेगी
मुआवजा विधेयक के मुताबिक पांच साल की समाप्ति पर मुआवजा कोष की बची राशि केंद्र और राज्यों के बीच बराबर बांटी जाएगी। राज्यों को होने वाले राजस्व नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र से हर दो महीने में मुआवजा मिलता रहेगा।
आपात स्थिति में अधिकतम 40 फीसदी जीएसटी हो सकती है
जीएसटी की दर 5, 12, 18 और 28 फीसदी रखने का सहमति बनी है, लेकिन विधेयक में कहा गया है कि वित्तीय आपात स्थिति में यह अधिकतम 40 फीसदी भी हो सकती है। इसमें सेंट्रल और स्टेट जीएसटी बीस-बीस फीसदी होगा।
शॉपिंग वाउचर को भुनाते समय कर
विधेयक में पहले यह प्रावधान था कि कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को दिए जाने वाले शॉपिंग वाउचर (मील पास) पर इन्हें लेते समय कर लगेगा, लेकिन इसमें बदलाव किया गया है। अब प्रावधान किया गया है कि इन्हें भुनाते समय कर लगेगा। ट्रांजेक्शन छुपाने या कर चोरी करने पर गिरफ्तारी हो सकती है। दोषी व्यक्ति पर जुर्माने और अधिकतम पांच साल के जेल का प्रावधान भी है।
छोटे कारोबारियों को राहत
छोटे कारोबारियों को राहत देने की बात कही गई है। 50 लाख रुपये तक के सालाना कारोबार को कुल कारोबार का महज एक फीसदी ही कर देना होगा। हालांकि आपूर्तिकर्ताओं के लिए यह कर 2.5 फीसदी होगा।
मुनाफाखोरी पर लगाम
किसी वस्तु पर कम कर लगेगा, तो फायदा ग्राहकों को मिलेगा। यदि कारोबारी यह फायदा ग्राहकों को नहीं देते हैं तो उन पर कार्रवाई होगी। ऐसे कारोबारियों पर नजर रखने के लिए एक प्राधिकरण का गठन किया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर को पारित करने होंगे विशेष कानून
संसद के पास जम्मू-कश्मीर के केवल रक्षा, विदेशी मामलों और संचार से जुड़े मुद्दों के लिए कानून बनाने की शक्ति है। इसलिए लोकसभा से सीजीएसटी व आईजीएसटी विधेयक पारित हो जाने पर जम्मू-कश्मीर असेंबली को इन कानूनों को लागू करने के लिए विशेष कानून पारित करना होगा।
संसद के पास जम्मू-कश्मीर के केवल रक्षा, विदेशी मामलों और संचार से जुड़े मुद्दों के लिए कानून बनाने की शक्ति है। इसलिए लोकसभा से सीजीएसटी व आईजीएसटी विधेयक पारित हो जाने पर जम्मू-कश्मीर असेंबली को इन कानूनों को लागू करने के लिए विशेष कानून पारित करना होगा।
Saturday, March 11, 2017
हार के बाद बोले अखिलेश-आगे भी जारी रहेगा गठबंधन-कभी कभी समझाने से नहीं, बहकाने से मिलता है
कांग्रेस के साथ आगे भी रहेगा गठबंधन
कांग्रेस के गठबंधन के सवाल पर अखिलेश ने कहा, “कांग्रेस के साथ गठबंधन अच्छा रहा. ये गठबंधन आगे भी जारी रहेगा. हमारी साइकिल ट्यूबलेस साइकिल थी और आगे भी रहेगी. दो सीट वाली साइकिल की तरह कांग्रेस आगे भी हमारे साथ रहेगी.”
हार की जिम्मेदारी से पहले समीक्षा
हार की जिम्मेदारी किसकी ? इस सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा, ”सीएम मैं हूं, राष्ट्रीय अध्यक्ष भी मैं हूं. पहले हार की समीक्षा करूंगा फिर जिम्मेदारी की बात.”
ईवीएम पर सवाल तो जांच हो:
मायावती के ईवीएम पर सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा, “‘अगर किसी पार्टी ने सवाल उठाए हैं तो सरकार को इसकी जांच करवानी चाहिए. हम भी अपने स्तर पर जो भी होगा करेंगे.”
पहली कैबनेट के फैसले का इंतजार करिए
अखिलेश ने कहा, ”पहली कैबिनेट के फैसले का इंतजार कीजिए, अगर यूपी के किसानों का कर्ज माफ हो गया तो देश के किसानों का भी कर्ज माफ हो सकता है. अगर प्रधानमंत्री जी ने कहा है तो मुझे लगता है किसानों का कर्जा जरूर माफ होगा.”
काम बोलता रहेगा
अखिलेश ने कहा, ”हम देखना चाहते हैं कि समाजवादी से अच्छा काम नई सरकार कैसे करती है. जब तक कोई हमसे अच्छा काम नहीं करेगा, हमारा काम बोलेगा.”
Assembly Election Results
यूपी में कौन आगे कौन पीछे-
रूझान-403, बीजेपी-324, सपा-कांग्रेस-55, बीएसपी- 19, अन्य-5
पंजाब में कौन आगे कौन पीछे-
रूझान-117, बीजेपी-अकाली-18, कांग्रेस- 77, आप-22 , अन्य-0
उत्तराखंड में कौन आगे कौन पीछे-
रूझान-70, बीजेपी- 57, कांग्रेस-11 , अन्य-2
गोवा में कौन आगे कौन पीछे-
रूझान-38 , बीजेपी-13 , कांग्रेस-17 , अन्य-0
मणिपुर में कौन आगे कौन पीछे-
रूझान-58, बीजेपी-23 , कांग्रेस-22, अन्य-11
कांग्रेस के गठबंधन के सवाल पर अखिलेश ने कहा, “कांग्रेस के साथ गठबंधन अच्छा रहा. ये गठबंधन आगे भी जारी रहेगा. हमारी साइकिल ट्यूबलेस साइकिल थी और आगे भी रहेगी. दो सीट वाली साइकिल की तरह कांग्रेस आगे भी हमारे साथ रहेगी.”
हार की जिम्मेदारी से पहले समीक्षा
हार की जिम्मेदारी किसकी ? इस सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा, ”सीएम मैं हूं, राष्ट्रीय अध्यक्ष भी मैं हूं. पहले हार की समीक्षा करूंगा फिर जिम्मेदारी की बात.”
ईवीएम पर सवाल तो जांच हो:
मायावती के ईवीएम पर सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा, “‘अगर किसी पार्टी ने सवाल उठाए हैं तो सरकार को इसकी जांच करवानी चाहिए. हम भी अपने स्तर पर जो भी होगा करेंगे.”
पहली कैबनेट के फैसले का इंतजार करिए
अखिलेश ने कहा, ”पहली कैबिनेट के फैसले का इंतजार कीजिए, अगर यूपी के किसानों का कर्ज माफ हो गया तो देश के किसानों का भी कर्ज माफ हो सकता है. अगर प्रधानमंत्री जी ने कहा है तो मुझे लगता है किसानों का कर्जा जरूर माफ होगा.”
काम बोलता रहेगा
अखिलेश ने कहा, ”हम देखना चाहते हैं कि समाजवादी से अच्छा काम नई सरकार कैसे करती है. जब तक कोई हमसे अच्छा काम नहीं करेगा, हमारा काम बोलेगा.”
Assembly Election Results
यूपी में कौन आगे कौन पीछे-
रूझान-403, बीजेपी-324, सपा-कांग्रेस-55, बीएसपी- 19, अन्य-5
पंजाब में कौन आगे कौन पीछे-
रूझान-117, बीजेपी-अकाली-18, कांग्रेस- 77, आप-22 , अन्य-0
उत्तराखंड में कौन आगे कौन पीछे-
रूझान-70, बीजेपी- 57, कांग्रेस-11 , अन्य-2
गोवा में कौन आगे कौन पीछे-
रूझान-38 , बीजेपी-13 , कांग्रेस-17 , अन्य-0
मणिपुर में कौन आगे कौन पीछे-
रूझान-58, बीजेपी-23 , कांग्रेस-22, अन्य-11
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